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Saturday, January 27, 2018

Mind Power in Hindi – अवचेतन मन की शक्ति CHANGE IN THINKING ....CHANGE IN LIFE.

Power of Subconscious Mind

To improve our lives, it is very necessary that we understand how our mind works - How Our Mind Works , Chetan and Subconscious Mind - How is Conscious and Subconscious Mind and how do we understand the power of the mind Can Improve Life - Understanding Power of Mind    

In psychology, we see the human mind as different parts. Mainly the mind is divided into two parts - the conscious mind and the subconscious mind.
The division of conscious or subconscious mind is not done on any actual physical basis, but it is a concept of psychology or the state of mind. Understanding this concept can bring a big change in our life.

The conscious mind is our conscious or active state, in which we decide on the basis of thinking and reasoning or do some work.
The subconscious mind is like a storage room, which stores all our thoughts, experiences, perceptions, etc. Subconscious Mind does not take decisions of reasoning and thinking, but it works automatically on the basis of our past experiences and assumptions.

Whenever a person is learning to run a cycle for the first time, then he has to carefully control the cycle. In the beginning, he can not balance and he is also scared.
But after a few days when he learns to ride a bike, now he does not even need to think about controlling bicycles. Now the bicycle is controlled automatically and now he can cycle with talking to friends or doing some other work.  
why does this happen ?????   

Subconscious Mind – Autopilot System


In the beginning, when the person is first learning to cycle, he is using his "Conscious Mind ". But when he practices cycling repeatedly,  then this experience begins to be stored in his subconscious mind  and slowly the subconscious mind takes the place of the conscious mind.
Our subconscious mind is like an  autopilot system, which automatically works in its own way.
All automated tasks like breathing, heart beat etc. are done by the subconscious mind. The subconscious mind has an important contribution in all our habits and everyday activities.

How Mind Works

The subconscious mind is like a software or robot,  which is programmed by the conscious mind. The subconscious mind is like a robot who can not think himself a little good, he works automatically according to the previously done programming.
Each of our thoughts has a significant effect on our subconscious mind or it can say that whatever we think or do, we are programming our subconscious mind and then gradually the subconscious mind will control it. Seems.
The formation of our habits and beliefs is similar and later that habit is automatically controlled by the subconscious mind.

How to Program our Subconscious Mind

It depends on us how we programming our subconscious mind. Once the programming is done, the subconscious mind begins to act accordingly - whether that work is wrong or right.
Conscious Mind can also be called a watchman or gatekeeper of thoughts. Actually our thoughts are like a seed and our subconscious mind is like a garden. Our conscious mind decides which seed is dwarf and which is not in the subconscious mind.
We sometimes unknowingly misprinted our subconscious mind - like if I think I will not write this article today, then this small idea can gradually become a habit of avoiding my work tomorrow.
Through intense contemplation and meditation, we can gradually rewrote the subconscious mind and delete the wrong software installed in it.

A vital part of our life controls the robot named "subconscious mind" and this robot is controlled by the programming done by the conscious mind. The programming idea of ​​this robot is from seeded seeds, so success depends on which ideas we choose and what kind of software installs in our subconscious mind.     

Friday, January 26, 2018

आप एक प्यारी सी मुस्कराहट (Smile) से सबका मन मोह सकते है

आप एक प्यारी सी मुस्कराहट (Smile) से सबका मन मोह सकते है और अगर खुलकर हंसने (laughing) की बात हो तो महफ़िल का रंग ही कुछ अलग होता है और चूँकि खुलकर हंसने (laughing) के कितने फायदे (Benifits) है यह जानकर आप हैरान हो जायेंगे क्योंकि शोध बताते है कि खुलकर हंसने (laughing) वाले न केवल सीरियस (Serious) रहने वाले लोगो से अधिक सेहतमंद होते है बल्कि उनकी जिन्दगी (life) बाकि लोगो से अधिक खुशहाल भी होती है तो इस बारे में हम आपको कुछ और जानकारी दे रहे है ताकि आप भी लोगो के हंसने (laughing) की और उनकी ख़ुशी की वजह बने और खुद भी प्रकृति के अनमोल तोहफे (Gift) से थोड़ी प्यार मोहब्बत बढाये और जीवन में फायदा (benefits) उठायें  –


 अधिक आत्मविश्वाश – हंसी हमे प्रकृति की और से मिली एक अनमोल तोहफे (Gift) की तरह है और साथ ही यह हमारे कई तरह की समस्याओ (Problems) का निराकरण भी करती है हंसने (laughing) वाले लोग बाकि लोगो के मुकाबले सकारात्मक सोच वाले होते है और उन्हें तनाव की समस्या (Problem) भी नहीं होती है | हँसते मुस्कुराते हुए रहने वाला व्यक्ति न केवल सबके आकर्षण का केंद्र होता है अपितु उसका व्यक्तित्व भी इस आदत से निखर जाता है | साथ ही रोजाना की हमारी 10-15 की हंसी हमारे शरीर  से काफी मात्रा में करीब 10-40 केलोरी तक बर्न कर देती है क्योंकि जब भी हम हँसते है हमारा हार्ट रेट 20 प्रतिशत तक बढ़ जाती है |

समस्यायों (Problem) का निदान – सब जानते है और दीखता भी है कि हंसले वाले लोगो किसी भी समस्या (Problem) को बाकि लोगो की तुलना में बड़ी जल्दी सुलझा लेते है क्योंकि ऐसे में जिन्दगी के प्रति एक अच्छा और सकारात्मक नजरिया जो विकसित होता है और यह समस्याओं (Problem) को दूर करने में हमारी बहुत मदद करता है | शोध बताते है कि मात्र 10 मिनट हंसने (laughing) से हमे इतनी उर्जा मिल जाती है जितना सुबह सुबह मस्त वाले वातावरण में एक किलोमीटर की walk करने से हमे मिलती है | हंसने (laughing) से हमारा रक्त्चाप भी सामान्य हो जाती है और फेफड़े भी मजबूत होते है तथा उनकी क्षमता में भी वृद्धि होती है | थोड़ी देर का हँसना हमारे हृदय की क्षमता को भी बढाता है और रक्त प्रवाह भी संतुलित हो जाता है और हमारे शरीर के लिए हंसी फायदे (benefits) की डोज है |

 एक अच्छी डॉक्टर है हमारी हंसी – मेडिकल विज्ञानं के अनुसार खुल कर हंसने (laughing) से हमारे शरीर में इंडोरफींन नाम के एक हार्मोन का स्त्राव होता है जो हम में ख़ुशी और नयी उर्जा का संचार करता है और हंसने (laughing) वाले माहौल में रहने वाले लोग बाकि लोगो के मुकाबले डॉक्टर के पास कम जाते है क्योंकि उन्हें जरुरत ही नहीं पडती है उनका कोटा तो मात्र हंसी से पूरा हो जाता है और वो लम्बे समय तक उर्जावान बने रहते है | एक पत्रिका के अनुसार जिन्दगी में तीन चीज़े हमारे लिए डॉक्टर का काम करती है वो है संतुलित भोजन , मन की शांति और खुलकर हँसना |
हंसने (laughing) के फायदे – वैसे तो हंसने (laughing) के जितने फायदे बताये जाएँ कम है क्योंकि इस बारे में मेडिकल जगत में व्यापक शोध हुए है लेकिन फिर भी कुछ अहम् बातों या प्रभावों को हमने संकलित किया है चलिए उन पर एक नजर डालते है –
  • हंसने (laughing) से हम हमारे शरीर के किसी भी दर्द को भूल जाते है क्योंकि हंसने (laughing) से स्ट्रेस हार्मोन कम हो जाते है या एकदम न्यून हो जाते है |
  • हंसने (laughing) से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढती है जिस से हम कई रोगों के लिए हमारे शरीर की बचाव क्षमता को बढा लेते है और कम बीमार पड़ते है |
  • हंसी हमारे शरीर से केलोरी भी बर्न करती है जो किसी भी हलके फुल्के व्यायाम या वाक के बराबर होती है |
  • हँसते समय हमारे रक्त वाहिकाओं में खून का प्रवाह बढ़ता है और हम तेजी से साँस लेने लहते है जिस से हमारे उत्तको को अधिक ओक्सीजन मिलती है |
  • हंसने (laughing) से हमारे मूड में तेजी से बदलाव आता है और हमारे आत्मविश्वाश के स्तर में इजाफा होता है और हंसने (laughing) से न केवल हम ही खुश होते है बल्कि हमारे आस पास के वातावरण को भी हम खुशनुमा बना देते है |
  • वैसे तो शादीशुदा जिन्दगी पर बहुत सारे जोंक बनते है लेकिन फिर भी देखा गया है कुंवारे लोगो की अपेक्षा शादीशुदा लोग ज्यादा खुश रहते है |
  • एक शिशु पैदा होने के बाद दिन में कम से कम 200 बार हँसता है जबकि बड़े होने के साथ साथ यह संख्या कम होती जाती है इसलिए आप विकास के मामले में भी फर्क देख सकते है |
  • शोध के अनुसार हंसने (laughing) वाले लोगो में डायबिटीज का स्तर भी कम हो जाता है | तो उनके लिए यह बहुत ही लाभदायक (benefits) है |
 तो ये है कुछ ऐसे रोचक तथ्य जो हमारी मुस्कान से जुड़े है और इसके फायदे कितने है आप पढ़ ही चुके है तो आज ही अपनी जिन्दगी को प्राकृतिक तोहफे (Gift) यानि हंसी के साथ खुशनुमा बनाईये और benefits उठाइए और जिन्दगी की परेशानियाँ कम कीजिये आपको ये पोस्ट कैसी लगी इस बारे में अपने विचार हमे कमेन्ट के माध्यम से जरुर दें 



https://www.youtube.com/edit?o=U&video_id=boFqYNWqlNc

Sunday, January 7, 2018

3 EASY WAY--TO CONTROL OUR SUBCONCIOUS MIND--HINDI VIDEO

IN THIS VIDEO, YOU LEARNED HOW TO CONTROL OUR MIND-SUBCONCIOUS IN SIMPLE WAY

Marathi story....savay

एका माणसाने त्‍याच्‍या घरी एक पोपट पाळला होता. पिंज-यात ठेवलेल्‍या पोपटाला चांगले खायलाप्‍यायला मिळत असे व पोपट बोलका असल्‍याने घरातील लोकांकडून त्‍याचे फार कौतुकही केले जाई. पण पोपटाच्‍या मनात मात्र पारतंत्र्याचे शल्‍य दाटून येई. अखेर एकेदिवशी पोपटाला संधी चालून आली. त्‍या माणसाने पोपटाला खाणे देण्‍यासाठी पिंज-याचे दार उघडले होते व त्‍याच्‍याहातून ते तसेच उघडे राहिले होते. माणसाला अचानक काही काम आल्‍याने तो ते
दार उघडे टाकून निघून गेला असता

             पोपट पिंज-याच्‍या बाहेर निघून गेला. पण लहानपणापासूनच पिंज-यात राहिला असल्‍याने त्‍याला फारसे नीट उडताच येत नव्‍हते. एका झाडावर गेला असता त्‍याला इतर पोपटांशी बोलता येईना कारण लहानपणापासूनच तो परकी भाषा शिकत असल्‍याने त्‍याला पोपटांची भाषा येत नव्‍हती म्‍हणून इतर पोपटही त्‍याला सहकारी मानत नव्‍हते. पिंज-यात आयते खायची सवय असल्‍याने त्‍याला अन्न मिळवणे अवघड जाऊ लागले व ऊन वारा पाऊस यांची कधीच सवय नसल्‍याने तो आजारी पडला व
मरून गेला.

तात्‍पर्य : - जास्‍त काळ पारतंत्र्यात(गुलामगिरीत) राहिल्‍याने तशीच गुलामगिरीची सवय अंगात मुरुन राहते. मग परक्याची भाषा, संस्‍कृतीच आपली वाटू लागते आणि मिळालेले स्‍वातंत्र्य टिकवण्‍यासाठीची जिद्द अंगी राहत नाही. परक्‍या संस्‍कृतीचे चांगले काही घेताना आपल्‍या संस्‍कृतीचे विस्‍मरण होऊ न देणे हाच खरा शहाणपणा.

Saturday, January 6, 2018

THE STORY HAS DEEP MEANING AND TOUCH TO HEART......


एक 25 वर्ष का लड़का ट्रेन में सफ़र करते वक्त खिड़की से बाहर के नज़ारे को देख रहा था|


वह अचानक चिल्लाया – “पापा, वो देखो पेड़ पीछे जा रहे है!”
पिताजी मुस्कराए|
पास में बैठा एक व्यक्ति, लड़के के इस बचपने व्यवहार को देखकर हैरान था और उसे लड़के पर दया आ रही थी|
थोड़ी देर बाद लड़का फिर ख़ुशी से चिल्लाया – “देखो पापा, बादल हमारे साथ चल रहे है!”
अब पास में बैठे व्यक्ति से रहा नहीं गया और उसने कहा – “आप अपने बेटे को किसी अच्छे डॉक्टर को क्यों नहीं दिखाते?”
लड़के के पिता ने कहा – “हम अभी अस्पताल से ही आ रहे है| दरअसल मेरा बेटा जन्म से ही अँधा था और आज ही उसको आँखे मिली है| आज वह पहली बार इस संसार को देख रहा है|”

सफलता का रहस्य / Secret of Success in Hindi एक बार एक नौजवान लड़के ने सुकरात से पूछा कि सफलता का रहस्य क्या है?

सफलता का रहस्य / Secret of Success in Hindi

एक बार एक नौजवान लड़के ने सुकरात से पूछा कि सफलता का रहस्य क्या  है?
सुकरात ने उस लड़के से कहा कि तुम कल मुझे नदी के किनारे मिलो. वो मिले. फिर सुकरात ने नौजवान से उनके साथ नदी की तरफ बढ़ने को कहा.और जब आगे बढ़ते-बढ़ते पानी गले तक पहुँच गया, तभी अचानक सुकरात ने उस लड़के का सर पकड़ के पानी में डुबो दिया.
लड़का बाहर निकलने के लिए संघर्ष करने लगा , लेकिन सुकरात ताकतवर थे और उसे तब तक डुबोये रखे जब तक की वो नीला नहीं पड़ने लगा. फिर सुकरात ने उसका सर पानी से बाहर निकाल दिया और बाहर निकलते ही जो चीज उस लड़के ने सबसे पहले की वो थी हाँफते-हाँफते तेजी से सांस लेना.
सुकरात ने पूछा ,” जब तुम वहाँ थे तो तुम सबसे ज्यादा क्या चाहते थे?”
लड़के ने उत्तर दिया,”सांस लेना”
सुकरात ने कहा,” यही सफलता का रहस्य है. जब तुम सफलता को उतनी ही बुरी तरह से चाहोगे जितना की तुम सांस लेना  चाहते थे  तो वो तुम्हे मिल जाएगी” इसके आलावा और कोई रहस्य नहीं है.

HOW TO FACE PROBLEM .....READ THIS STORY

मुसीबते हमारी ज़िंदगी की एक सच्चाई है। कोई इस बात को समझ लेता है तो कोई पूरी ज़िंदगी इसका रोना रोता है। ज़िंदगी के हर मोड़ पर हमारा सामना मुसीबतों(problems) से होता है. इसके बिना ज़िंदगी की कल्पना नहीं की जा सकती।
अक्सर हमारे सामने मुसीबते आती है तो तो हम उनके सामने पस्त हो जाते है। उस समय हमे कुछ समझ नहीं आता की क्या सही है और क्या गलत। हर व्यक्ति का परिस्थितियो को देखने का नज़रिया अलग अलग होता है। कई बार हमारी ज़िंदगी मे मुसीबतों का पहाड़ टूट पढ़ता है। उस कठिन समय मे कुछ लोग टूट जाते है तो कुछ संभाल जाते है।
मनोविज्ञान के अनुसार इंसान किसी भी problem को दो तरीको से देखता है;
1 problem पर focus करके(problem focus peoples)
2 solution पर focus करके(solution focus peoples)
Problem focus peoples अक्सर मुसीबतों मे ढेर हो जाते है। इस तरीके के इंसान किसी भी मुसीबत मे उसके हल के बजाये उस मुसीबत के बारे मे ज्यादा सोचते है। वही दूसरी ओर solution focus peoples मुसीबतों मे उसके हल के बारे मे ज्यादा सोचते है। इस तरह के इंसान मुसीबतों का डट के सामना करते है।
दोस्तो आज मै आपके साथ एक महान solution focus इंसान की कहानी शेयर करने जा रहा हु जो आपको किसी भी मुसीबत से लड़ने के लिए प्रोत्साहित (motivate) करेगी। दोस्तो आपने नेपोलियन बोनापार्ट (napoleon Bonaparte) का नाम तो सुना ही होगा। जी हा वही नापोलियन बोनापार्ट जो फ़्रांस के एक महान निडर और साहसी शासक थे जिनके जीवन मे असंभव नाम का कोई शब्द नहीं था। इतिहास में नेपोलियन को विश्व के सबसे महान और अजय सेनापतियों में से एक गिना जाता है। वह इतिहास के सबसे महान विजेताओं में से माने जाते थे । उसके सामने कोई रुक नहीं पाता था।

नेपोलियन के बुलंद होसलों की कहानी- A MOTIVATIONAL STORY IN HINDI FOR PROBLEM SOLVING

नेपोलियन अक्सर जोखिम (risky) भरे काम किया करते थे। एक बार उन्होने आलपास पर्वत को पार करने का ऐलान किया और अपनी सेना के साथ चल पढे। सामने एक विशाल और गगनचुम्बी पहाड़ खड़ा था जिसपर चढ़ाई करने असंभव था। उसकी सेना मे अचानक हलचल की स्थिति पैदा हो गई। फिर भी उसने अपनी सेना को चढ़ाई का आदेश दिया। पास मे ही एक बुजुर्ग औरत खड़ी थी। उसने जैसे ही यह सुना वो उसके पास आकर बोले की क्यो मरना चाहते हो। यहा जितने भी लोग आये है वो मुह की खाकर यही रहे गये। अगर अपनी ज़िंदगी से प्यार है तो वापिस चले जाओ। उस औरत की यह बात सुनकर नेपोलियन नाराज़ होने की बजाये प्रेरित हो गया और झट से हीरो का हार उतारकर उस बुजुर्ग महिला को पहना दिया और फिर बोले; आपने मेरा उत्साह दोगुना कर दिया और मुझे प्रेरित किया है। लेकिन अगर मै जिंदा बचा तो आप मेरी जय-जयकार करना। उस औरत ने नेपोलियन की बात सुनकर कहा- तुम पहले इंसान हो जो मेरी बात सुनकर हताश और निराश नहीं हुए। ‘ जो करने या मरने ‘ और मुसीबतों का सामना करने का इरादा रखते है, वह लोग कभी नही हारते।
आज सचिन तेंदुलकर (sachin tendulkar) को इसलिए क्रिकेट (cricket) का भगवान कहा जाता है क्योकि उन्होने जरूरत के समय ही अपना शानदार खेल दिखाया और भारतीय टीम को मुसीबतों से उभारा। ऐसा नहीं है कि यह मुसीबते हम जैसे लोगो के सामने ही आती है, भगवान राम के सामने भी मुसीबते आयी है। विवाह के बाद, वनवास की मुसीबत। उन्होने सभी मुसीबतों का सामना आदर्श तरीके से किया। तभी वो मर्यादा पुरषोतम कहलाये जाते है। मुसीबते ही हमें आदर्श बनाती है।

अंत मे एक बात हमेशा याद रखिये;
जिंदगी में मुसीबते चाय के कप में जमी मलाई की तरह है,
और कामयाब वो लोग हैं जिन्हेप फूँक मार के मलाई को साइड कर चाय पीना आता है

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